द्वारा सेजोकै्रटिक उपस्थिति | सितम्बर 21, 2025 | सामूहिक अनुनाद
कुछ परिवर्तन बाहर से थोपे नहीं जा सकते। वे भीतर से उत्पन्न होते हैं, जब जुड़े हुए प्राणी अपनी तरंग को पूरी तरह धारण करने और उसे सामूहिकता में प्रकट करने का चयन करते हैं। सेजोकरेसी सुधारों या उद्धारकों की प्रतीक्षा पर आधारित नहीं है। यह तरंगीय स्पष्टता पर प्रतिक्रिया देती है। जो ईमानदारी से प्रत्येक में स्थापित होता है वह सभी के लिए उपलब्ध हो जाता है।
द्वारा SAGEOCRACY | जून 27, 2025 | सामूहिक अनुनाद
एक जन्म लेती दुनिया की डायरी
कुछ पल ऐसे होते हैं जब क्रिया मिट जाती है।
जब दुनिया ठहर सी जाती है, बिना किसी स्पष्ट गति के।
लेकिन सतह के नीचे… सब तैयार हो रहा है।
आज जो हम महसूस करते हैं वह अभी दिखाई नहीं देता।
वे सूक्ष्म धाराएँ हैं, अनुनाद हैं…